मालगाड़ी पुल के ऊपर से ना जाकर नदी में गोता लगाकर गयी है क्या या फिर सरकार की उप्लब्धियाँ हजम नहीं हो पा रहीं हैं ।
मैं स्वयं नानपारा रहता था लेकिन इंफ्रास्टक्चर की कमी की वजह से मैने 1982 में नानपारा छोड़ दिया फिर भी मैन भगवान से निरंतर प्रार्थना की है कि यहां के लोगो को रैलमिल जाएगी तो यहां की सब्जी देश के बहुतः से भागों में पहुंचेगी और यहां के लोगों का जीवन स्तर सुधरेगा लेकिन दो दो पीढ़ी पार हो गयी बहराइच तक रेल पहुंचने में ।
मुझे...
more... बहुत हर्ष हो रहा है कि पूरे तराई क्षेत्र में रेल नेटवर्क पहुंचेगा और देश के पंचतारा होटलों में उत्तर प्रदेश और बिहार के तराई क्षेत्रो की कंपोस्ट खाद से उपजाई सब्जीI का स्वाद देश के लोग ले सके और तराई के लोगों को उनकी उचित मेहनताना मिल सके ताकि उनका जीवन स्तर सुधर सके ।