सर दोगली नीति भी एक हद तक ठीक लगती है पर आपने तो उसकी पराकाष्ठा कर दी है ,, यहाँ आप एक ऐसे ब्लॉग के समर्थन में पोस्ट कर रहे है जो किसी कथित रूप से फ़र्ज़ी ID (जिसकी पुष्टी अभी तक नहीं हुई केवल अंदाज लगा के ब्लॉग किया जा रहा ) द्वारा दी गई रेटिंग के खिलाफ है और उसको हटाने का प्रयास किया जा रहा और आप इसको ले कर इतना आहत है की इंडिया रेल इन्फो के नियमो में बदलाओ तक लाने चाहते है ताकि फ़र्ज़ी रेटिंग कम हो सके और वही दूसरी तरफ आप एक ऐसी पोस्ट जो की तथ्यों द्वारा फ़र्ज़ी साबित की गई उसके समर्थन में लिख रहे है और उसको सभी मेंबर्स से जोड़ के उसको भवनात्मक मामला बनाने की कोशिस कर रहे है , इस तरह का दोहरा चरित्र दिखा के आप क्या साबित करना चाहते है ,, जिस...
more... पोस्ट की बात आप कर रहे है वो पोस्ट ब्लॉग लिखने वाले मेंबर ने स्वतः ही वापिस ले लिया था ना की हटाया गया था अगर मेरे द्वारा दी गई दलील में जरा भी कमी होती तो काफी बड़ा विरोध हो सकता था वहां , वैसे आप iri के पुराने चावल मालूम होते है आपको किसी भी फ़ोटो के "unknown source " लिख के पोस्ट करने और किसी और की फ़ोटो खुद की बता के पोस्ट करने में अंतर मालूम होना चाहिए ,, बाकि इंडिया रेल इन्फो के मेंबर होने के नाते मैं किसी को ये छूट तो नहीं दे सकता ना की आप आओ कुछ भी फ़र्ज़ी पोस्ट करो और फिर निकल जाओ ,कियुकि अगर अगले की गलती पकड़ी तो उसकी या आप जैसे ऐसे लोगो के हमदर्द लोगो की भावना आहत हो सकती है , हम तो आगे भी ऐसे ब्लॉग्स पे नज़र बनाये रखे रहेंगे और जरुरत पड़ना पे दुबारा फिर ऐसे पोस्ट हटाये जाते रहेंगे , ये इंडिया रेल इन्फो है फेसबुक नहीं जहा कोई भी कुछ भी करता रहेगा और उसके खिलाफ कुछ ना हो