जागरण संवाददाता, वाराणसी : मंडुआडीह स्टेशन पर मंगलवार की शाम सजी-धजी शिवगंगा एक्सप्रेस को देखकर यात्रियों के इसके शताब्दी एक्सप्रेस होने का भान हुआ। नए-नवेले एलएचबी (लिफ्टमैन हॉल ब्रुश) कोचों के साथ ट्रेन से सफर करने का रोमांच लिए यात्री ट्रेन में सवार हुए। अंदर देखा तो एकदम नया लुक था और जगह भी भरपूर। रूटीन के बावजूद स्पेशल हुई इस ट्रेन को सेवानिवृत्त कांटा वाला मो. जलालुद्दीन के हाथों हरी झंडी दिखवा कर दिल्ली के लिए रवाना किया गया।
परिवर्तित कोच संरचना के अनुसार इस गाड़ी में साधारण द्वितीय श्रेणी के तीन, शयनयान श्रेणी के दस, वातानुकूलित तृतीय श्रेणी के चार, वातानुकूलित द्वितीय व प्रथम श्रेणी के एक-एक कोच, पावर कार का दो, पैंट्रीकार के एक सहित कुल 22 कोच लगे।...
more... एलएचबी कोचों के लग जाने से अब यात्रियों को अधिक संख्या में बर्थ उपलब्ध होगी। अब शयनयान में 80, वातानुकूलित तृतीय में 72, द्वितीय में 52 व प्रथम में 24 यात्रियों के लिए बर्थ है। इसके अलावा साधारण कोच में 100 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था है। सबसे बड़ी खासियत यह है कि अब यात्रियों को झटके नहीं लगेंगे जिससे उनकी यात्रा और आरामदायक होगी। इन कोचों में बायो टायलेट का प्रावधान है जिससे प्लेटफार्म व टै्रक पर गंदगी नहीं होगी। मंडुआडीह से शिवगंगा को रवाना किए जाने के वक्त मंडल रेल प्रबंधक एसके कश्यप, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी आलोक सिंह, अपर मंडल रेल प्रबंधक संतोष शुक्ला सहित अन्य अधिकारियों में अमिय रमण, मानवेंद्र सिंह, प्रवीण पांडेय, पीसी जायसवाल, सीपी सिंह आदि प्रमुख रूप से मौजूद थे।