जसीडीह-वास्कोडिगामा या जसीडीह-ताम्बरम जैसी ट्रैन को जसीडीह के बदले देवघर से खोलने में दिक्कत है। 5 किमी के बाद ही लोको reversal करना पड़ेगा। अभी देवघर से रोहिणी को कनेक्ट करने के लिए जो बाईपास प्रस्तावित है उसका भूमि-अधिग्रहण चल रहा है। जब यह बाईपास बन जायेगा तब मधुपुर की तरफ जाने वाली ट्रेन का देवघर से खुलना संभव हो पायेगा।