अब तो kiul से बीजेपी के बीच 100 (apx) km भी जर्नी बेहद कठिन हो जायेगी जनरल डब्बे में। ऐसा ही हाल पुरषोत्तम का भी है ।अव्वल तो जनरल डब्बे में चढ़ना ,उतरना या ढंग से खड़े रहना भी यार्कर गेंद को कवर के उपर से छक्के लगाने जैसा है थोड़ी डिस्टेंस की जर्नी में भी