पार्ट 3
अगली सुबह 5 बजे उठ गए। टैक्सी वाले को पहले ही बोल दिया था कि हमे पिपरिया drop कर देगा। अब बारी थी जबलपुर जाने की तो उसके लिए पचमढ़ी के होटल से सुबह 5:30am बजे निकल गए । रास्ते में बहुत ठंड थी लेकिन फिर भी हमारे ड्राइवर साहब ने Half Shirt पहनी हुई थी। पिपरिया रेलवे स्टेशन पहुंचते हुए साढ़े सात बज गए । हमारी ट्रेन 22187/12529 हबीबगंज - जबलपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस थी (ये 2 नंबर इसलिए लिखा है क्योंकि मुझे याद नही की उस time पर कौनसा नंबर use होता था) उन दिनों ये ट्रैन जबलपुर तक चलती थी (अब अधारताल तक extend हो गयी है) और इसको WDM-3D लोको मिला था। करीब 8:15am बजे ट्रैन प्लेटफार्म...
more... 2 पर पहुंची। हम अपने कोच D5 में बैठ गए। अब सफर के बीच में गुज़रने वाले स्टेशनों पर इतना ध्यान नही दिया। एकदम से तय किया कि जबलपुर के बजाय मदन महल उतर जाएंगे क्योंकि हमारा होटल मदन महल स्टेशन से पास पड़ता है। गाड़ी मदन महल स्टेशन के प्लेटफार्म 1 पर पहुंच गई । ट्रैन से उतरने के बाद जब स्टेशन से बाहर आया तो कई सारे रिक्शा वालों ने घेर लिया। बड़ी मुश्किल से एक ठीक ठाक रिक्शे वाला मिला तो उसके रिक्शे में बैठ कर होटल पहुंचे। वहां आराम किये फिर शाम को घूमने निकल गए मॉल में। कोई समदड़िया मॉल था । कई घन्टे घूमने के बाद वापस होटल आकर सो गए। अगली सुबह मदन महल घूमने गए वहाँ खूब मजा किया फिर भेड़ा घाट के लिए निकल गए (कहते हैं कि अगर जबलपुर घूमने जाओ और भेड़ा घाट न जाओ तो कोई फायदा नही) भेड़ा घाट एक प्रसिद्ध boating area है जहां 220 फीट गहरी नर्मदा नदी पर नांव से घुमाया जाता है। वहाँ नदी के किनारे पर बड़े बड़े चट्टान हैं जिनमे पानी ने अपना निशान भी छोड़ा है। भेड़ा घाट पर एक तरफ पानी 220 फ़ीट गहरा है और दूसरी तरफ केवल 4 फ़ीट। boat चलाने वाले ने बताया कि अगर पानी शांत है (मतलब आवाज़ नही आ रही है) तो उतना ही गहरा है, कम गहरा पानी ज़्यादा आवाज़ करता है। भेड़ा घाट घूमने के बाद धुआँधार फॉल्स गए जोकि एक बड़ा waterfall है पानी जब चट्टानों से टकराकर नीचे गिरता है तो उसमें से धुआँ (या कहें water vapour) उठता है इसलिए इसे धुंआधार falls कहते हैं। वही थोड़ा market भी हक़ इसलिए वहां घूमे भी। एक दुकान पर कंदमूल मिल रहा था। दुकानदार ने बताया कि यह प्राचीन फल है जिसे भगवान श्री राम जी ने अपने 14 वर्षों के वनवास के दौरान खाया था। तो हमने भी खरीद के खाया। इस दौरान शाम हो गयी। हमे जबलपुर रेलवे स्टेशन के लिए निकलना पड़ा क्योंकि हमारी ट्रेन 12191 जबलपुर - नई दिल्ली श्रीधाम एक्सप्रेस 17:45 बजे चलने वाली थी।
अगले पार्ट में एक twist है इसलिए बने रहिये।
Thanks