राजधानी ट्रेनों को किनारे रखते हैं और अन्य एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनों का बात करतें है |
कानपुर सेंट्रल से लगभग 300 ट्रेने पास करती हैं और इलाहाबाद जंक्शन से लगभग 200 ट्रेने. कानपुर सेंट्रल के मुकाबले इलाहाबाद पर बहुत कम भीड़ है ट्रेनों का लेकिन फिर भी कानपुर सेंट्रल से अधिकतम ट्रेने बिना किसी देरी के या कम से कम देरी से निकलती हैं |
लेकिन वहीँ इलाहाबाद पर ट्रेने अधिकतम से अधिकतम लेट हो जाती हैं| इलाहाबाद अपनी ट्रेनों को बिना किसी देरी के इलाहबाद जंक्शन पर पहुंचा देता है...
more... लेकिन बाकी ट्रेनों को बिना वजह बाहार आउटर पर खड़ा रखता है और उन्हें लेट कर देता है |
आपका क्या विचार है, ऐसा क्यों होता है क्या ऐसा होने के पीछे कोई जायज़ वजह है, आप अपने विचार बताये|