बेरमो(बोकारो) (Dhanbad Division/ECR)। ऑल इंडिया स्टेशन मास्टर एसोसिएशन ने 11 अगस्त दिन शनिवार को अपनी ग्यारह सूत्री मांगो को लेकर एक दिवसीय भूख हड़ताल पर रहे, इस हड़ताल से रेल परिचालन सेवा में बाधा नहीं पहुँचायी गई। अन्य दिनो की तरह रेल परिचालन सुचारू रुप से चलता रहा और इस भूख हड़ताल में देश भर के 35 हजार स्टेशन मास्टर शामिल हुए। स्टेशन मास्टरों का मांग में एमएसीपी द्वारा मिलने वाले तीसरे प्रमोशन(ग्रेड पे 5400)दिया जाए, 12 घंटे ड्यटी के अमानवीय रोस्टर को रद्द करने, तनाव व संरक्षा भत्ता देने, स्टेशन मास्टर की संख्या के 15 प्रतिशत राजपत्रित एसएम के पद सृजित करने जैसी मांगे शामिल थे। जिन स्टेशनों में गाडी की संख्या अधिक है ऐसे पर एक सहकर्मी स्टेशन मास्टर नियुक्त किया जाए, जिन स्टेशनों के आस-पास कोई मेडिकल व शैक्षणिक सुविधा नहीं है, ऐसे स्टेशन मास्टर के परिवारो के लिए शहर के नजदीक में आवास की सुविधा उपलब्ध कराया जाए। स्टेशन मास्टर के लिए रेस्ट हाउस का...
more... व्यवस्था किया जाए, नई पेंशन योजना को रद्द करते हुए पुरानी पेंशन योजना को लागू किया जाए मांगे शामिल थे। उक्त जानकारी चन्द्रपुरा ब्रांच ओर्गनाइजेशन सैक्रेटरी सह अम्लो स्टेशन मास्टर मुन्ना कुमार पंकज ने भूख हडताल के दौरान पत्रकारों को दिया। साथ ही इस मौके पर कहा कि हम सभी स्टेशन मास्टर कार्य पर तैनात रहकर एक दिवसीय भूख हडताल अपनी मांगो को लेकर किये है और हमारी मांगे जायज है।
आसनसोल (NFR)। ऑल इंडिया स्टेशन मास्टर एसोसिएशन के बैनर तले देश भर के रेलवे स्टेशन मास्टरों के साथ ही आसनसोल रेल मंडल के साढ़े पांच सौ स्टेशन मास्टर भी शुक्रवार की आधी रात से भूख हड़ताल पर चले गये है। स्टेशन मास्टरों की भूख हड़ताल के बावजूद रेल परिचालन में कहीं कोई बाधा की सूचना नहीं है।भूख हड़ताल पर होने के बावजूद स्टेशन मास्टर सामान्य ढंग से ड्यूटी का कार्य कर रहे है। भूख हड़ताल में शामिल सभी स्टेशन मास्टर मांग पत्र से संबंधित बैच लगाये है। जगह- जगह स्टेशन मास्टरों ने भूख हड़ताल के समर्थन में विरोध सभा की। इस संबंध में आल इंडिया स्टेशन मास्टर एसोसिएशन के मंडल अध्यक्ष संजीव राय और सचिव आरके वर्मा ने कहा कि उनकी मांग है कि एमएसीपी नियम के अनुसार उनलोगों को लेवल आठ व नौ आवंटित किया जाए। रेलवे में स्टेशन मास्टरों के लिए ईएल वर्गीकरण को हटाया जाए। स्टेशन मास्टर के 15 प्रतिशत पद को ग्रुप बी में शामिल किया जाए ताकि पदोन्नति का बेहतर मौका मिल सके। जिन स्टेशनों से होकर ट्रेनों का आवागमन अधिक है वहां द्वितीय स्टेशन मास्टर की नियुक्ति की जाए। विभिन्न स्टेशनों पर तैनात स्टेशन मास्टरों के लिए केंद्रीय रूप से रहने की व्यवस्था की जाए क्योंकि छोटे स्टेशनों पर मूलभूत सुविधाओं का अभाव रहता है। नई पेंशन स्कीम को रद किया जाए। आल इंडिया स्टेशन मास्टर एसोसिएशन को मान्यता दी जाए। स्टेशन मास्टर के लिए रेस्ट रूम की व्यवस्था हो। श्री वर्मा ने कहा कि कुल 12 मांगें है। अगर उनकी मांगों को तत्काल पूरा नहीं किया जाता तो वह लोग व्यापक हड़ताल पर जाएंगे।
पाकुड़ (Howrah Division/ER)। ऑल इंडिया स्टेशन मास्टर्स एसोसिएशन के आह्वान पर पाकुड़ सहित विभिन्न रेलवे स्टेशनों के स्टेशन मास्टर अपनी 11 सूत्री मांगों के समर्थन में शनिवार को भूख हड़ताल पर रहें। रेलवे स्टेशन के पीआइ केबिन में जमा होकर स्टेशन मास्टरों ने अपनी मांगों के समर्थन में नारे लगाए। भूख हड़ताल पर रहते हुए अपने-अपने कार्यो का निष्पादन किया। एस्मा पाकुड़ शाखा के प्रधान पीके साह ने कहा कि हम अपनी जायजा मांगों को लेकर एक दिवसीय भूख हड़ताल पर हैं। देशभर तकरीबन 40 हजार स्टेशन मास्टर आज भूख हड़ताल पर हैं। शाखा सचिव कुंदन कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार स्टेशन मास्टर व रेल कर्मचारियों को बार-बार झूठा आश्वासन देकर गुमराह करने का काम कर रही है। हमारी जायज मांगें जबतक पूरी नहीं होंगी तब तक स्टेशन मास्टरों का चरणबद्ध आंदोलन जारी रहेगा।
छपरा (Varanasi Division/NER): पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल के छपरा जंक्शन पर कार्यरत स्टेशन मास्टरों ने अपनी मांगों के समर्थन में एक अनोखा प्रदर्शन किया। यहां के सभी कर्मचारियों ने उपवास रख कर अपनी ड्यूटी की। इस आंदोलन के प्रथम चरण में स्टेशन मास्टरों ने काली पट्टी बांधी और सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर हमारी मांगों को नहीं माना जाता है तो वह राष्ट्रव्यापी हड़ताल करेंगे, साथ ही रेल का चक्का जाम करेंगे। उनकी मांगों में प्रमुख रूप से एमएसीपी है। वे लगातार इसका विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि ड्यूटी में इस मामले में पूरे सर्विस पीरियड में तीन प्रमोशन मिलना चाहिए, जबकि केंद्र सरकार दो ही प्रमोशन दे रही है।
कोडरमा (Dhanbad Division/ECR): ऑल इंडिया स्टेशन मास्टर्स एशोसिएशन के राष्ट्रव्यापी भूख हड़ताल के समर्थन में आज कोडरमा में भी स्टेशन मास्टरों ने भूख हड़ताल पर रह अपनी मांगों को बुलंद किया. हालांकि भूख हड़ताल के दौरान भी स्टेशन मास्टर अपनी ड्यूटी करते रहे और ट्रेनों को परिचालन सामान्य रूप से होता रहा. सरकार तक अपनी मांगों को पहुंचाने के लिए आज देश भर के स्टेशन मास्टर भूख हड़ताल पर रह कर अपनी-अपनी ड्यूटी करते रहे.कोडरमा,गझंडी और परसाबाद के स्टेशन मास्टर कोडरमा में एकत्रित हुए और अपनी मांगों के समर्थन में नारे लगाए और सरकार के सामने अपनी 11 सूत्रीय मांगों को रखा. ऑल इंडिया स्टेशन मास्टर्स एसोसिएशन धनबाद रेल मंडल के अध्यक्ष शंभु शंकर ने बताया कि अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर देश भर के 68 मंडलों के स्टेशन मास्टर आज भूख हड़ताल पर हैं. हड़ताल के बावजूद हम लोग अपनी ड्यूटी कर रहे हैं और विरोध जताकर अपनी मांगों की ओर सरकार का ध्यान आकृष्ट कर रहे हैं.उन्होंने कहा कि हमारी मांगें नहीं माने जाने पर हम लोग 27-28 नवंबर को दिल्ली में महा धरना के माध्यम से अपनी मांगे रेल मंत्री और प्रधान मंत्री तक पहुंचाने का काम करेंगे. वहीं भूख हड़ताल के दौरान भी ड्यटी पर तैनात स्टेशन मास्टर प्रियंका कुमारी ने कहा कि भूखे रह कर काम करने में कष्ट तो बहुत हो रहा है पर सरकार से अपनी मांगें मनवाने के लिए हम सब करने को तैयार हैं.
पठानकोट (Firozpur Divison/NR): ऑल इंडिया स्टेशन मास्टर एसोसिएशन ने देश भर में शनिवार को 24 घंटे की भूख हड़ताल रखी। पठानकोट सिटी और कैंट स्टेशन पर तीन शिफ्टों में काम करने वाले सभी 6 स्टेशन मास्टरों ने ड्यूटी तो दी पर भूखे रहकर। एसमा (ऑल इंडिया स्टेशन मास्टर एसोसिएशन) ने 1 दिन पहले ही सभी स्टेशन मास्टरों को बता दिया था कि हड़ताल के दौरान भी ड्यूटी पूरी तरह सजग होकर करें, ताकि रोजाना ट्रेन के माध्यम से सफर करने वाले लाखों यात्रियों को कोई दिक्कत पेश न आए। जानकारी के मुताबिक, 24 घंटे के लिए रेलवे के सभी 68 डिवीजनों के 39500 स्टेशन मास्टर भूख हड़ताल पर हैं। सभी ने अपने बैच की जगह ‘वन डे हंगर स्ट्राइक’ लिखी पट्टियां लगाकर ड्यूटी दी। पठानकोट कैंट स्टेशन के एसएस अश्विनी शर्मा ने बताया कि देश भर के स्टेशन मास्टर अपनी सात सूत्रीय मांगों को लेकर आज भूख हड़ताल पर हैं। उन्होंने बताया कि लंबे वक्त से स्टेशन मास्टर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करते रहे हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। मांगों में सबसे अहम ग्रेच्यूटी फंड 4200 के करीब पहुंचने पर उन्हें तीसरी पदोन्नति दी जाए, स्टेशन मास्टरों के काम करने के घंटों को निर्धारित किया जाए, स्टेशन मास्टरों को सुरक्षा और तनाव भत्ते दिए जाएं, स्टेशन मास्टरों की 15 फीसदी पदों को ग्रुप बी में पदोन्नत किया जाए, एक्सीडेंट फ्री अवार्ड वाली स्कीम में स्टेशन मास्टरों को भी लाया जाए, व्यस्त स्टेशनों पर दो असिस्टेंट स्टेशन मास्टर तैनात किए जाएं, नाइड ड्यूटी भत्ते को रिवाइज किया जाए, स्टेशन मास्टरों के लिए विश्राम गृह बनाए जाने की मांग शामिल है।
फैजाबाद (Lucknow Charbagh/NR): आल इंडिया स्टेशन मास्टर एसोसिएशन के आह्वान पर शनिवार को 24 घंटे भूखे रहकर जनपद के सभी स्टेशन मास्टरों ने कार्य किया। संगठन के फैजाबाद शाखा के अध्यक्ष राजीव रंजन ने बताया कि उनकी 11 सूत्री मांगें रेल प्रशासन के समक्ष लंबित है। इनमें एमएसीपी के तहत मिलने वाला तीसरा प्रमोशन ग्रेड 5400 रुपये, 12 घंटे का रोस्टर समाप्त करना, स्टेशन मास्टरों को संरक्षा व तनाव भत्ते का वितरण, 15 फीसदी पदों को राजपत्रित स्टेशन मास्टर के रूप में सृजित करना, पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करना आदि शामिल है। उन्होंने बताया कि शनिवार की हड़ताल पूर्णतया सफल रही।फैजाबाद शाखा के मंत्री एमएन मिश्र ने बताया कि मांगों को लेकर उनकी लड़ाई आगे भी जारी रहेगी। अयोध्या रेलवे स्टेशन पर शाखा अध्यक्ष राजीव रंजन के नेतृत्व में स्टेशन अधीक्षक राममूरत, यातायात निरीक्षक दिवाकर उपाध्याय, विनोद कुमार, विजय चौबे, मोहनीश पाठक, अवनीश कुमार, रत्नेश कुमार, गिरीश कुमार, बृजेश चौरसिया आदि ने भूख हड़ताल कर विरोध जताया।