मुझे पता है सबलोग कुछ अलग सकारात्मक सोच रहे होंगे पर मेरे मन में यही चल रहा है कि बिहार जीआरपी ने जिस किशोर छात्र वेंकटेश को चलती जनशताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन से फेंककर हत्या कर दी उसे न्याय मिलेगा भी या नहीं। आप अगर ध्यान दें तो इस जघन्य हत्याकाण्ड पर बिहार-सरकार ने चुप्पी साध ली है और रेल एसपी पहले ही उसके शराब पीकर गिरने का बयान दे चुके हैं। घटना के प्रत्यक्ष दर्शक सहयात्री हंगामा ही नहीं बल्कि पुलिसकर्मियों की पिटाई भी कर रहे हैं और खुलेआम कह रहे हैं कि अवैध पैसे नहीं दिया तो उसे चलती ट्रेन से फेंक दिया। यह तो कोई हो सकता है, वह वेंकटेश था, उसकी जगह मैं हो सकता हूँ, मेरा बेटा हो सकता है, मेरा भाई हो सकता है। हमारी जान इतनी सस्ती है कि कोई राह चलते चंद पैसों के लिए छीन ले ? उससे दुःखद यह कि जो सिस्टम...
more... हमलोगों ने बनाया है वह हत्यारों के पक्ष में खड़ी हो जाती है !! सोचिए इस बात को कि यह हो क्या रहा है। अगर कुछ नहीं कर सकते तो कम-से-कम इसे अधिक-से-अधिक फैलाइए, कोई तो होगा जिसकी अंतरात्मा उसे धिक्कारेगी। मैंने इस घटना पर कार्रवाई हेतु हर संभव authority को लिखा है। यह #आतंकराज है। जनता को इन मुद्दों के लिए आंदोलित होना चाहिए।
#बिहार #जनशताब्दी #वेंकटेश