कोटा रेल समाचार
#कोटा_रेल_न्यूज़
जूनाखेड़ा- अकलेरा के बीच आमेठा रेल्वे स्टेशन भूली रेलवे, नहीं रुक रही ट्रेन, वेबसाइट से भी गायब
कोटा।...
more... रामगंजमंडी-भोपाल रेल परियोजना स्थित जूनाखेड़ा- अकलेरा के बीच रेलवे स्टेशन 'आमेठा' को भूलने का मामला सामने आया है। इसके चलते नए बने इन स्टेशन पर ट्रेनों का ठहराव भी नहीं हो रहा है। खास बात यह है कि रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट 'नेशनल ट्रेन इंक्वारी सिस्टम' पर भी यह स्टेशन नजर नहीं आ रहा हैं। वेबसाइट पर जिक्र नहीं होने से लोगों को इस स्टेशन के कोड का भी पता नहीं है। स्टेशन का जिक्र नहीं होने से 12 मार्च को अकलेरा तक विस्तारित कोटा-झालावाड और कोटा-जूनाखेड़ा ट्रेन का ठहराव भी इस स्टेशन पर नहीं हो रहा है। जबकि यह पैसेंजर ट्रेन है और बाकी के सभी स्टेशनों पर रुक रही है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि समय रहते यहां पर ट्रेनों का ठहराव नहीं हुआ तो पूरे मामले से रेलमंत्री को अवगत कराया जाएगा।
ठगा महसूस कर रहे ग्रामीण
गौरतलब है कि 12 मार्च को प्रधानमंत्री श्रीं नरेंद्र मोदी जी द्वारा अकलेरा- घाटोली रेल्वे खण्ड का वर्चुअल उद्घाटन किया था और साथ ही अकलेरा तक दो ट्रेनों का विस्तार किया गया था l इनॉगरल रन के दिन जेसे ही ट्रेन आमेठा रेल्वे स्टेशन पर रुकी तो क्षेत्रवासियों ने फूल माला के साथ स्वागत किया और उम्मीद जगी की 27 साल बाद ट्रेन आयी है अब इसका लाभ मिल सकेगा और यात्रा कर सकेंगे लेकिन 13 मार्च से रेगुलर रन होने पर ट्रेन का आमेठा स्टेशन पर ना तो स्टाप दिया नहीं ट्रेन रुक रही है l ट्रेन नहीं रुकने से इन स्टेशन के आसपास रहने वाले गांव वासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गांव वालों ने बताया कि वर्षों से वह ट्रेन में बैठना का सपना देख रहे थे। स्टेशन बन रहा था तो लग रहा था कि अब जल्द ही उनका सपना पूरा होने वाला है। स्टेशन बन कर तैयार हो गया, दो ट्रेनों का संचालन भी शुरु हो गया। लेकिन यहां के ग्रामिणों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है। इसके चलते यहां ग्रामीण अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं।
लूप लाइन और स्टेशन बिल्डिंग नहीं
ग्रामीणों ने बताया कि इस स्टेशन पर अभी लूप लाइन और स्टेशन बिल्डिंग नहीं बनी है। संभवतः यही कारण है कि यहां पर ट्रेनों का ठहराव नहीं हो रहा है। लेकिन यह रेलवे का मामला है। रेलवे को ही इस समस्या का समाधान करना है। इसमें वर्षों से रुकने का इंतजार कर रहे ग्रामिणों का क्या दोष। रोजाना यहां से ट्रेनें बिना रुके ग्रामीणों का मुंह चिढ़ाते निकल रही हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि आमेठा स्टेशन जूनाखेड़ा (असनावर) से 16 किलोमीटर आगे और अकलेरा से करीब 11 किलोमीटर पहले पडता है। यह डोंगरगांव के आगे बनी टनल के तुरंत बाद स्थित है। यहां पर आमेठा ग्राम पंचायत और पोस्ट ऑफिस भी है जोकि अकलेरा तहसील की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत है हाल ही में प्रधानमंत्री जी द्वारा इस ग्राम पंचायत में पीएम श्री स्कूल(आमेठा) का चयन भी हुआ है। इसी गांव के नाम से इस स्टेशन को यह नाम मिला है। यह गांव राष्ट्रीय राजमार्ग-52 पर स्थित है। N.H 52 से करीब 300 मीटर दूर स्टेशन है।